CAA और फसाद : हम कब तक सोते रहेंगे?
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पुरे भारत में एक सटीक आयोजन के अनुसार प्रदर्शन हो रहा है। जिस प्रकार से कश्मीर में सशस्त्र सुरक्षा बलों पर पथराव होता रहा है उसी प्रकार से हर जगह पर पुलिस को निशाना बनाया जा रहा है। हर जगह पुलिस को ही निशाना बनाया जा रहा है। यह कोई सामान्य संयोग नहीं है। यह आयोजन है। ऐसा लगता है जैसे पुरे भारतमें पाकिस्तान के एजेंट फैले हुए है। इस परिस्थिति में यह अति आवश्यक है कि हिन्दुओं को एकजुट होकर भारत सरकार और पुलिस का मनोबल बढ़ाने वाले कार्यक्रम देने चाहिए। हिंसक होनेकी आवश्यकता नहीं है पर हिन्दू एकता दिखाना आवश्यक है। Citizen Amendment Act अर्थात नागरिकता संशोधन कानून बनते ही वोट बैंक पॉलिटिक्स के खिलाडी मैदान में कूद पड़े हैं। इस मौके को भुनाने के लिए अपने आपको बिनसाम्प्रदायिक और बुद्धिजीवी मानाने वाले भी पूरी तरह से सक्रीय हुए हैं। भारतीय लोकशाही में सबको अपने विचार और विरोध प्रदर्शित करने की स्वतंत्रता है लेकिन कल से जो चित्र उभरके सामने आ रहा है वह अति गंभीर और राष्ट्र के लिए चेतावनी स्वरूप है।अपने आपको भारतीय संविधान के संरक्षक जताने